22–23 अगस्त की रात अचानक थराली तहसील (जिला चमोली, उत्तराखंड) में बादल फटने से आई बाढ़ एवं मलबे के प्रवाह ने कई आवासीय मकानों, दुकानों, तहसील परिसर तथा उपजिलाधिकारी के सरकारी आवास को अपनी चपेट में ले लिया।
प्राप्त सूचनाओं के अनुसार कम-से-कम दो व्यक्ति लापता हैं तथा एक अन्य व्यक्ति के सगवाड़ा गाँव में मलबे के नीचे दबा होने की आशंका है। थराली एवं आसपास के गाँवों को जोड़ने वाले कई मार्ग मलबे के कारण अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने अपनी 8वीं वाहिनी, गोचर से एक प्लाटून बल को तैनात किया। यह दल प्रातः 08:30 बजे गोचर से रवाना होकर लगभग 10:30 बजे थराली पहुँचा।
थराली पहुँचते ही ITBP के जवानों ने राहत एवं बचाव कार्यों की शुरुआत की और प्रभावित ग्रामीणों को तत्काल सहायता प्रदान की। साथ ही, चेपड़ा गाँव में एक लापता व्यक्ति की तलाश हेतु सर्च ऑपरेशन भी जारी है।
ITBP, जिला प्रशासन, एसडीआरएफ एवं पुलिस के साथ समन्वय में कार्य कर रही है तथा हरसंभव सहयोग उपलब्ध करा रही है।
बल पुनः यह सुनिश्चित करता है कि प्राकृतिक आपदाओं की घड़ी में भी वह जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा और अपने मूलमंत्र “शौर्य – दृढ़ता – कर्मनिष्ठा” को सार्थक करता रहेगा।